इंडोनेशिया (Indonesia) में बीते हफ्ते जावा सागर में एक विमान दुर्घटनाग्रस्त (Plane Crash) हो गया था. श्रीविजया एयर की फ्लाइट एसजे182 में उस समय 62 लोग सवार थे. जिसके बाद से ही इस घटना की बड़े स्तर पर जांच की जा रही है. शनिवार को विमान के मलबे का पता चल गया है. इंडोनेशियाई रेस्क्यू अधिकारियों का कहना है कि उन्हें विमान के टुकड़ों के साथ यात्रियों के अवशेष भी मिले रहे हैं. इसके साथ ही गोताखोरों को इस दुर्घटनाग्रस्त विमान के ‘वॉइस रिकॉर्डर’ (Voice Recorder) के हिस्से भी मिले हैं.
4,132 कर्मी जांच में जुटे
राष्ट्रीय खोज और बचाव एजेंसी मिशन के संयोजक रासमन ने बताया कि दुर्घटना का शिकार हुए श्रीविजय एयर के विमान की तलाश के लिए हवाई सर्वेक्षण का दायरा भी बढ़ा दिया गया है. विमान का मलबा और दुर्घटना में मारे गए लोगों की तलाश के काम में 4,132 कर्मी जुटे हुए हैं. कुल 14 विमानों, 62 जहाजों और 21 नौकाओं के जरिए यह अभियान चलाया जा रहा है. पानी के भीतर मेटल डिटेक्टर का भी इस्तेमाल हो रहा है. शवों और ‘कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर’ की तलाश के लिए कुछ उपकरणों की भी मदद ली जा रही है.
तलाश का दायरा सीमित हुआ
गोताखोरों ने ‘कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर’ के कुछ हिस्से मिलने के बाद तलाश का दायरा सीमित कर दिया है. नौसेना की फर्स्ट फ्लीट कमान के कमांडर अब्दुल राशिद ने शुक्रवार को कहा, ‘हमें केसिंग, बीकन और सीवीआर बैटरियां मिल गई हैं. हमें मैमोरी यूनिट की तलाश है.’ उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि वह भी दूर नहीं होगी.’ राष्ट्रीय पुलिस के प्रवक्ता रूसदी हर्टोनो ने बताया कि विमान में सवार हुए 62 लोगों के परिवार वालों के डीएनए नमूने लिए जा रहे हैं ताकि मृतकों की पहचान हो सके. उन्होंने कहा कि हादसे का शिकार हुए 12 लोगों की गुरुवार को पहचान की गई है.
आपात स्थिति की घोषणा नहीं की गई
इंडोनेशिया की राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा कमेटी ने कहा है कि भारी बारिश के बीच जकार्ता से उड़ान भरने के बाद समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले विमान के चालक दल के सदस्यों ने आपात स्थिति की घोषणा नहीं की या किसी तकनीकी गड़बड़ी के बारे में नहीं बताया था.